वो लड़की कितनी प्यारी थी, जिसको मैंने आँख मारी थी, वो सेंडल कितनी भारी थी, जो उसने सर पे मारी थी...
यूँ मत खींच तू मुझको, अपनी तरफ ए मेरे सनम, ब्रेंड न्यू टी-शर्ट है, फट गई तो बहुत पिटेगी माँ कसम...
इतने कमज़ोर हुए तेरी जुदाई में, जरा गौर फरमाँइए, इतने कमज़ोर हुए तेरी जुदाई में, कि चींटी भी अब खींच ले जाती है चारपाई से...
हम वो रौशनी हैं जो आपको रौशन कर जाएंगे, बातों की एक चिंगारी से भी जल जाएंगे, एक बार प्यार से पुअर मेसेज तो कीजिए, घर आकर मेसेज के पैसे दे जाएंगे...
बैठे-बैठे कमरे में कर रहे थे प्रेस, जरा गौर फरमाईये, बैठे-बैठे कमरे में कर रहे थे प्रेस, आपकी याद आई और जल गई ड्रेस...
जो मुद्दत से होता आया है, वो रिपीट कर दूंगा, तू ना मिली तो अपनी ज़िन्दगी, Ctrl+Alt+Delete कर दूंगा...
ऐ दोस्त बाँध ले कफ़न में बोतल, कब्र में बैठकर पिया करेंगे, इन लड़कियों से तो बेवफाई मिली, अब भूतनियों से सेटिंग किआ करेंगे...
फिजा में महकती शाम हो तुम, प्यार का पहला जाम हो तुम, और क्या कहें जानम तेरे बारे में, खर्चे का दूसरा नाम हो तुम...
कोई चीज़ बेवफाई से बढ़कर क्या होगी, गम-ऐ-इम्तिहान जुदाई से बढकर क्या होगी, किसी को देनी हो जवानी में सज़ा, तो पढ़ाई से बढ़कर क्या होगी...
कोई साँसों में समाया सा लगता है, किसी को दिल में बसाया सा लगता है, उससे मिलने की तम्मना है यारों लेकिन, क्या करें आने जाने का किराया भी लगता है...