आपके हर गुनाह की माफी है, आप जो रोए तो बहुत ना इंसाफी है, आपकी आँखों में ना आये कभी पानी, क्योंकि, बहने के लिए तो आपकी नाक ही काफी है...
हम आज भी दिल का आशियाना सजाने से डरतें हैं, बागों में फूल खिलाने से डरतें हैं, हमारी एक पसंद से टूट जायेंगे हजारो दिल, तभी तो हम आज भी गर्लफ्रेंड बनाने से डरतें हैं...
मेरी मोहब्बत को अपने दिल में ढूंढ लेना, और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूंध लेना, मिल जाये अगर प्यार तो खोना नहीं, प्याज़ काटते वक्त बिल्कुल रोना नहीं, मुझसे रूठ जाने को बहाना अच्छा है, थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है, मिलकर फिर खुशिओं को बांटना है, टमाटर ज़रा बारीक ही काटना है. लोग हमारी मोहब्बत से जल ना जाएँ, चावल टाइम पे देख लेना कहीं जल ना जाएँ, कैसी लगी ग़ज़ल बता देना, नमक कम लगे तो और मिला लेना...
प्यार में किसी ने धोका खाया है, तो किसी ने कसम खायी है, हम तो वो मजनू हैं, जिसने सिर्फ और सिर्फ जुटी खायीं है...
तुम्हारी जिन्दगी में कभी कोई गम ना हो, आपकी आँखें कहीं आँसुओं से नम ना हो, आपको मिले रोज-रोज नयी गर्लफ्रेंड, जिनकी उम्र 80 से कम और 100 से ऊपर ना हो...
पीके रात को हम उनको भुलाने लगे, शराब में अपने गम को मिटने लगे, ज़ालिम शराब.. पीते ही असर दिखाने लगी, नशे में उनकी सहेलियाँ भी याद आने लगीं...
जुल्फों में फूलों को सजा के आई है, चेहरे से दुपट्टा उठा के आई है, किसी ने पूछा आज बड़ी खुबसूरत लग रही हो, मैंने कहा शायद आज नहा के आई है...
नफरत ना करना कभी हमसे, हम सह नहीं पाएंगे, बस एक बार कह देना की, ज़रूरत नहीं तुम जैसे दोस्त की, आपकी कसम आपको पीटने, आपके घर तक चले आयेंगे...
पलकों पे अपनी बिठाया है तुम्हें, बढ़ी दुओं के बाद पाया है तुम्हें, आसानी से नहीं मिले हो तुम हमें, दिल्ली के चिड़ियाघर से चुराया है तुम्हें...
पानी आने की बात करते हो, दिल जलाने की बात करते हो, चार दिन से मुँह नहीं धोया, और तुम नहाने की बात करते हो...